Ayurvedic घरेलू उपचार: सर्दियों में होंठ फटने पर इन घरेलू और आयुर्वेदिक उपायों को अपनाएं

सर्दियों का मौसम आ गया है और बहुत सी महिलाओं को होंठ फटने की शिकायत है। लोग अक्सर घरेलू तरीकों को अपनाना चाहते हैं ताकि उनके होंठ का कलर भी बरकरार रहे।

इस आर्टिकल में फटे होंठों के लिए कुछ आयुर्वेदिक और घरेलू उपाय बताएंगे। घरेलू समाधान गन्ना या मक्खन: घी और मक्खन दोनों त्वचा को बेहतर बनाते हैं। सर्दियों में रात को सोने से पहले अपने होंठों पर मक्खन या घी लगाएं। यह एक प्राकृतिक मॉइस्चराइज़र है जो होंठों को नरम करने के लिए है।

एलोवेरा जेल: होंठों की सूजन और जलन को कम करने के लिए एलोवेरा जेल का उपयोग करें। होंठों को ठंडक देकर फटने से बचाता है और राहत देता है।

 शहद  :एक प्राकृतिक हाइड्रेटिंग एजेंट है और इसमें एंटीबैक्टीरियल गुण हैं। सीधे होंठों पर शहद लगाने के बाद कुछ देर धो लें। होंठों को स्वस्थ रखता है और उन्हें मुलायम बनाए रखता है।

नारियल तेल : नारियल तेल की एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-ऑक्सीडेंट क्षमता सूखे और फटे होंठों को ठीक करने में मदद करती है। सर्दियों में हर दिन नारियल तेल लगाएं।

बादाम तेल: बादाम तेल में विटामिन E और एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं, जो ठंडे मौसम में होंठों को सुरक्षित रखते हैं और उन्हें मुलायम बनाते हैं। रात को सोने से पहले बादाम का तेल लगाएं। गुलाबजल:

पानी: दैनिक रूप से पर्याप्त पानी पीने से पूरे शरीर में नमी बनी रहती है, जिससे होंठ फटने की समस्या कम होती है। आयुर्वेदिक विधियाँ:

नीम तेल: नीम का तेल एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल प्रभाव रखता है, इसलिए फटे होंठ संक्रमण से बचते हैं। यह होंठों को स्वस्थ और मुलायम बनाता है। सरसों और कपूर का तेल: कपूर और सरसों के तेल का मिश्रण होंठों को आराम देता है और उन्हें नमी देता है। सरसों का तेल और कपूर की ठंडक भी होंठों की जलन को कम करते हैं। यह एक प्रभावी आयुर्वेदिक उपाय है।

तिल  तेल: आयुर्वेद में तिल का तेल बहुत उपयोगी है। यह फटी त्वचा को ठीक करता है और होंठों को नमी देता है। सर्दियों में नियमित रूप से होंठों पर तिल का तेल लगाने से सुखी और फटे हुए होंठों से बच सकते हैं।

 

गुलाब जल: नमी और ठंडक प्रदान करता है। होंठों को हाइड्रेटेड रखने और सूजन को कम करने के लिए इसे कपास के रुई से लगाएं।

नीम तेल: नीम का तेल एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल प्रभाव रखता है, इसलिए फटे होंठ संक्रमण से बचते हैं। यह होंठों को स्वस्थ और मुलायम बनाता है। सरसों और कपूर का तेल: कपूर और सरसों के तेल का मिश्रण होंठों को आराम देता है और उन्हें नमी देता है। सरसों का तेल और कपूर की ठंडक भी होंठों की जलन को कम करते हैं। यह एक प्रभावी आयुर्वेदिक उपाय है।

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