Site icon Jio Hindi News

कितने दिन बाद कार के इंजन का ऑयल बदलना चाहिए? अगर आप अभी भी गलती कर रहे हैं तो सावधान रहें।

Engine oil तेल: वाहन के इंजन का ऑयल नियमित रूप से बदलने से कार की क्षमता और उम्र बढ़ जाती है।   यह  इंजिन के टाइप ओर ड्राइविंग के तरीका पर   निर्धारित करता है: ड्राइविंग परिस्थितियां और ऑयल का उपयोग अक्सर निम्नलिखित दिशानिर्देशों का पालन किया जा सकता है:

1।  इंजिन ऑयल दिया हुआ रिकमेंडेशन पढ़ें: वाहन के मैनुअल में कितने किलोमीटर या समय के बाद इंजन का ऑयल बदलना चाहिए बताया गया है। यह अक्सर 6 महीने से 1 वर्ष, या 5,000 से 10,000 किलोमीटर होता है।
2। ड्राइविंग के कंडीशन पर भी निर्भर करता है: यदि आप शहर में गाड़ी चलाते हैं, तो मैनुअल में बताया गया है कि ऑयल कैसे बदलें। यदि आप धूल भरे क्षेत्रों, पहाड़ी इलाकों या व्यस्त ट्रैफिक में ज्यादा गाड़ी चलाते हैं, तो आपको जल्दी ऑयल बदलना पड़ सकता है।

3.ऑयल पर निर्भर करता है:

 प्रत्येक 5,000 किलोमीटर पर, यह मिनरल ऑयल पर निर्भर होगा।
सिंथेटिक तापमान: यह 10,000 से 7,500 किलोमीटर की दूरी तय कर सकता है।

4.सर्विस  के संकेत  

वाहन फ्यूल एफिशिएंसी कम होना:
यदि आप इन लक्षणों को देखते हैं, तो इंजन का ऑयल तुरंत बदलें:
गाढ़ा ऑयल इंजन का आवाज अधिक होता है।

सही टाइम पर ऑइल बदले; इससे इंजन को अधिक घर्षण और नुकसान हो सकता है। यह भी खर्चीला हो सकता है।
यदि आपकी SUV का मैनुअल समय बताता है, तो ऑयल को तुरंत बदलें।
इंजन ऑइल सही समय पर नहीं बदले हो सकता नुकसान
विशेषज्ञों का कहना है कि ऑयल बदलने से इंजन अक्सर काफी नुकसान उठाता है। फ्यूल की मांग लगातार बढ़ रही है। ओवरहीट एक चुनौती है। शोर और कभी-कभी इंजन पूरी तरह फेल भी हो सकता है, जो अत्यंत घातक हो सकता है।

विशेषज्ञों का विचार है कि हर कार का इंजन हर समय बदलना चाहिए। अगर इंजन का ऑयल कम लगे या काला हो गया हो तो उसे टॉप-अप करें या निकाल दें। ध्यान देने वाली बात यह है कि बाजार में कई अलग-अलग इंजन ऑयल हैं जो दावा करते हैं कि वे बेहतर परफॉरमेंस देंगे, लेकिन कंपनियों को सिफारिश की गई इंजन ऑयल का उपयोग करना चाहिए।

Exit mobile version